PADDY -धान की खेती की पूरी जानकारी (A to Z Guide)

1. भूमि का चयन (Soil Selection):

  • उपयुक्त मिट्टी: दोमट, जलोढ़ (alluvial), काली मिट्टी, और लाल मिट्टी।

  • pH मान: 5.5 से 7.0 के बीच।

  • मिट्टी में पानी रोकने की क्षमता अच्छी होनी चाहिए।


2. जलवायु (Climate):

  • तापमान: 20°C से 35°C।

  • वर्षा: 100 से 200 सेमी।

  • धान मुख्य रूप से खरीफ फसल है, लेकिन रबी व गर्मी सीजन में भी कुछ किस्में बोई जाती हैं।


3. धान की किस्में (Popular Varieties):

प्रकार उदाहरण
संकर (Hybrid) Arize-6444, PHB 71, KRH-2
उच्च उत्पादक किस्में MTU-1010, Swarna, IR-64, Pusa Basmati 1121
खुशबूदार किस्में Basmati-370, Pusa Basmati 1, 1509

4. बोवाई का समय (Sowing Time):

  • खरीफ: जून-जुलाई (मानसून के साथ)

  • रबी: नवम्बर-दिसंबर (दक्षिण भारत में)

  • गर्मी (Zaid): मार्च-अप्रैल (सिंचित क्षेत्र में)


5. धान की खेती के तरीके (Methods of Rice Cultivation):

  1. पारंपरिक विधि (रूपाई विधि)

  2. सीधा बुवाई (Direct Seeding)

  3. SRI विधि (System of Rice Intensification) – कम पानी में अधिक उपज।


6. बीज दर और उपचार (Seed Rate & Treatment):

  • बीज दर: 20-30 किलो/हेक्टेयर (रूपाई के लिए)

  • बीज उपचार: थायरम या कार्बेन्डाजिम से उपचार करें – 2-3 ग्राम प्रति किलो बीज।


7. नर्सरी तैयार करना (Nursery Preparation):

  • 1 हेक्टेयर के लिए लगभग 800–1000 वर्ग मीटर नर्सरी।

  • नर्सरी में 25–30 दिन पुरानी पौध को मुख्य खेत में रोपें।


8. खाद और उर्वरक (Fertilizer Management):

खाद मात्रा (प्रति हेक्टेयर)
नाइट्रोजन (N) 100-120 किग्रा
फॉस्फोरस (P) 40-60 किग्रा
पोटाश (K) 40-60 किग्रा

सिंचाई और खेत की उर्वरता के अनुसार मात्रा समायोजित करें।


9. सिंचाई (Irrigation):

  • खेत में 3-5 सेमी पानी बनाए रखें।

  • पानी की अधिकता या कमी दोनों हानिकारक है।


10. रोग व कीट नियंत्रण (Pest & Disease Management):

समस्या उपाय
धान की झुलसा (Blast) ट्राइไซक्लाजोल का छिड़काव करें
भूरा धब्बा कॉपर ऑक्सीक्लोराइड या कार्बेन्डाजिम का प्रयोग
तना छेदक कार्टाप या क्लोरपाइरीफॉस का छिड़काव

11. फसल की कटाई (Harvesting):

  • जब 80–85% दाने पक जाएं और बालियाँ झुकने लगें।

  • नमी 20-24% होने पर कटाई करें।

  • मशीन से या हाथ से कटाई की जा सकती है।


12. उपज (Yield):

  • पारंपरिक किस्में: 30–40 क्विंटल/हेक्टेयर

  • संकर किस्में: 50–70 क्विंटल/हेक्टेयर (सही प्रबंधन पर)


13. भंडारण (Storage):

  • 14% या उससे कम नमी वाले दानों को स्टोर करें।

  • बांस या लोहे के बिन, या थ्रेशिंग के बाद सीधे गोदाम में रखें।

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